दर्शन से लेकर पार्किंग तक नए साल पर महाकाल के दरबार आ रहे हैं तो जानें नई व्यवस्था
उज्जैन के श्री महाकालेश्वर में नए साल पर 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के पहुंचने का अनुमान है. इसको लेकर मंंदिर के प्रशासन ने खास व्यवस्था की है. मंदिर प्रशासन का कहना है कि यहां आने वाले सभी भक्तों को आसानी से महाकाल बाबा के दर्शन होंगे. इसमें बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए अलग से व्यवस्था की गई है.
दर्शन से लेकर पार्किंग तक... नए साल पर महाकाल के दरबार आ रहे हैं तो जानें नई व्यवस्था
श्री महाकालेश्वर
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इस बार नए साल के अवसर पर लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंचने का अनुमान है. श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति ने इसको लेकर खास व्यवस्था की है. श्रद्धालुओं को महज कुछ मिनट में बाबा महाकाल के दर्शन तो होंगे ही इसके साथ ही उनके वाहनों की पार्किंग, पेयजल, सुरक्षा को लेकर भी अलग-अलग प्लान तैयार किए गए हैं. नए साल 2024 में बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं उज्जैन पहुंच रहे हैं. देशभर के श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के सरल और सुलभ रूप से दर्शन हो, इसके लिए मंदिर की दर्शन व्यवस्था में बदलाव किए गए हैं. कुछ ऐसी व्यवस्था की गई कि श्रद्धालुओं को किसी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.
श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति के प्रशासक संदीप कुमार सोनी ने बताया कि नए साल पर परिवर्तित व्यवस्था के दौरान अब श्रद्धालुओं को चारधाम मन्दिर के पार्किंग स्थल से निर्धारित प्रवेश देकर शक्तिपथ, त्रिवेणी संग्रहालय के समीप से नन्दी द्वार, श्री महाकाल लोक, मानसरोवर भवन, फेसिलिटी सेन्टर-1, टनल, नवीन टनल-1, गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकालेश्वर के दर्शन कराए जाएंगे.
आसानी से होंगे बाबा के दर्शन
इस दौरान आपातकालीन निर्गम द्वार से बाहर की ओर बड़ा गणेश मन्दिर के समीप होते हुए हरसिद्धि मन्दिर तिराहा, पुन: चारधाम मन्दिर पर पहुंचकर अपने गन्तव्य की ओर प्रस्थान करेंगे. साथ ही उन्होंने बताया कि नए साल पर श्रद्धालुओं को बाबा महाकाल के सुलभ रूप से दर्शन हो जाए. इसीलिए सभी को समानांतर रूप से बाबा महाकाल के दर्शन करवाए जाएंगे.
बुजुर्गों के लिए की गई खास व्यवस्था
मंदिर में 31 दिसंबर और 1 जनवरी को शीघ्र दर्शन की 250 की टिकट पूर्णतः प्रतिबंधित कर दी गई है. इससे श्रद्धालु अतिशीघ्र दर्शन व्यवस्था का लाभ नहीं ले पा रहे है. कुमार सोनी ने बताया कि मंदिर में आने वाले दिव्यांगजनों और बुजुर्गों के लिए विशेष व्यवस्था की गई है. इसके लिए उन्हें अवंतिका द्वार के गेट नंबर 1 से प्रवेश दिया जा रहा है. सुलभ दर्शन करवाए जा रहे हैं.
5 जनवरी 2024 तक जारी रहेगी ये व्यवस्था
सोनी ने यह भी बताया कि पिछले साल की तरह ही इस साल भी बाबा महाकाल के दरबार में आने वाले श्रद्धालु बाबा की प्रतिदिन होने वाली भस्म आरती का लाभ ले सकें. इसीलिए इन दिनों मंदिर में चलित भस्म आरती की जा रही है. इसका लाभ प्रतिदिन लगभग 25 से 30 हजार श्रद्धालुओं को मिल रहा है. यह व्यवस्था 5 जनवरी 2024 तक जारी रहेगी.
हर व्यवस्था पर समिति का विशेष ध्यान
श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा प्रसाद काउंटर, पेयजल, पार्किंग, जूता चप्पल स्टैंड, सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे और पुलिस प्रशासन के साथ ही लगभग 1000 कर्मचारियों के ड्यूटी मंदिर परिसर में लगा दी गई है. जो कि इस बात का पूरी तरह से ध्यान रख रहे हैं कि बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े. बाबा महाकाल के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालुओ की सुरक्षा के मदद्देनजर सभी श्रद्धालुओ पर इस बार ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है.
लग रही अलग-अलग लाइन
श्री महाकालेश्वर प्रबंध समिति द्वारा की गई व्यवस्थाओं की बात की जाए तो इस बार पहली बार महाकाल लोक और महाकाल मंदिर जाने के लिए श्रद्धालुओं की अलग-अलग व्यवस्था की गई है. इसके पहले तक यही होता आया है कि अत्यधिक भीड़ होने पर श्रद्धालुओं को सिर्फ बाबा महाकाल के दर्शन करवाए जाते थे. महाकाल लोक को पूर्णता बंद कर दिया जाता था, लेकिन इस बार ऐसा नहीं है. जो श्रद्धालु बाबा महाकाल के दर्शन करना चाहते हैं. उनके दर्शन की व्यवस्था अलग है. जो महाकाल लोक जाना चाहते हैं. वह अलग व्यवस्था से महाकाल लोक घूमने जा सकते हैं. इस व्यवस्था से भी श्रद्धालु काफी खुश हैं, क्योंकि इसके पहले तक महाकाल लोक ना देखने के कारण श्रद्धालुओं मैं कुछ नाराजगी जरूर नजर आती थी.
अति विशिष्ट लोगों के लिए कुछ ऐसी रहेगी दर्शन व्यवस्था
वीआईपी/वीवीआईपी/मीडिया की इंट्री बेगमबाग के वीआईपी गेट से होगी. वीआईपी गेट के समीप ही बने पार्किंग पर अपने वाहन पार्क करेंगे. इसके बाद वहां से श्री महाकाल लोक कंट्रोल रूम, शंख द्वार, निर्माल्य द्वार से प्रवेश कर सूर्यमुखी द्वार होते हुए सभा मण्डप की छत से होते हुए नन्दी मण्डपम व गणेश मण्डपम से भगवान श्री महाकाल के दर्शन कर इसी मार्ग से पुन: बाहर की ओर प्रस्थान करेंगे. वीआईपी श्रद्धालुओं के लिये मानसरोवर भवन में जूता स्टेण्ड स्थापित किया जाएगा.